PTB Big न्यूज़ तरनतारन : विधानसभा हलका खेमकरण के गांव ततले में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। 18 दिन पहले 14 मार्च को स्कूल से लौटे बगीचा सिंह के मासूम बेटे व बेटी ने कोल्ड ¨ड्रक समझ कीटनाशक पी ली। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। सात दिन बाद बेटे की मौत हो गई तो 16 दिन बाद बेटी ने भी दम तोड़ दिया। बच्चों की मौत के बाद सदमे में बुधवार को मां लखविंदर कौर ने भी जहरीला पदार्थ निगल लिया। उसे अमृतसर के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, जहां पर हालत गंभीर बनी हुई है।
गांव ततले के रहने वाले बगीचा सिंह ने बताया कि उनकी नौ वर्षीय बेटी मन्नतप्रीत कौर, छह वर्षीय बेटा जगरूप सिंह स्कूल में पढ़ते थे। 14 मार्च को दोनों स्कूल से घर लौटे। पत्नी लखविंदर बाजार गई हुई थी। दोनों बच्चों को प्यास लगी थी। घर के कोने में प्लास्टिक के बोतल में कीटनाशक दवा रखी थी। बच्चों ने उसे कोल्ड ड्रिंक समझकर पी लिया। पत्नी जब घर लौटी तो दोनों की हालत बिगड़ी हुई थी। दोनों को अमृतसर के निजी अस्पताल ले जाया गया।
हालत में सुधार न होने पर अस्पताल बदल दिया गया। इलाज के दौरान 20 मार्च को बेटे जगरूप की मौत हो गई, जबकि बेटी मन्नतप्रीत को लुधियाना के डीएमसी अस्पताल रेफर कर दिया गया। मन्नत की भी 29 मार्च को देर रात मौत हो गई। दोनों बच्चों की मौत की खबर से मां लख¨वदर कौर सदमे आ गई। इसी सदमे में बुधवार को लखविंदर ने भी जहरीली दवा निगल ली। उसकी भी हालत गंभीर है। इस घटना से गांव वासी भी स्तब्ध हैं।
रैगिंग के आरोप लगा AIIMS Bathinda से भागा छात्र, बोला- सीनियर जबरन पगड़ी पहनने के लिए करते थे किसान बगीचा सिंह ने बताया कि वह किसानी परिवार से हैं। मक्खी, मच्छर भगाने के लिए वह कीटनाशक दवा लाए थे। उन्हें क्या पता था कि स्कूल से लौटकर बच्चे गलती से उसे पी लेंगे। बगीचा सिंह ने कहा कि उनका परिवार ही उजड़ गया है।
सब डिवीजन भिखी¨वड के डीएसपी तरसेम मसीह ने बताया कि मौके पर जांच लिए पुलिस पार्टी को भेजा गया था, परंतु बगीचा सिंह के परिवार ने कानूनी कार्रवाई से मना कर दिया। परिवार ने बयान दर्ज करवाए बिना बच्चों का अंतिम संस्कार कर दिया था। वहीं अस्पताल में भर्ती लख¨वदर कौर की हालत गंभीर है। स्थिति में सुधार होते ही उसका बयान दर्ज करने का प्रयास किया जाएगा।