करगिल विजय दिवस पर विशेष रिपोर्ट राणा हिमाचल की कलम से
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हिमाचल से 54 जवानों ने दिया कारगिल युद्ध के दौरान सर्वोच्च बलिदान,
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PTB Big Exclusive न्यूज़ जालंधर / हिमाचल प्रदेश / कांगड़ा / हमीरपुर (एडिटर-इन-चीफ) राणा हिमाचल व अन्य सहयोगी (रिपोर्टर) : आज करगिल विजय दिवस की 20वीं वर्षगांठ बड़े ही धूमधाम से पुरे देश में मनाई जा रही है / ऐसे में देश के विभिन्न हिस्सों में दिल्ली से लेह और करगिल तक कार्यक्रम हो रहे हैं / आपको बता दें कि इस कारगिल युद्ध के दौरान देश भर से सैनिकों ने अपने प्राणों का सर्वाच्च बलिदान दिया था / इस युद्ध के दौरान हिमाचल प्रदेश के कुल 54 सैनिकों ने शहादत का जाम पीया, जिनमें विक्रम बत्रा और सौरभ कालिया जैसे नामों में साहस का परिचय दिया और दुश्मनों के छक्के छुड़ाए और शहीद हो गए /
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करगिल युद्व के हीरो रहे हिमाचल के मंडी के नगवाईं कस्बे के ब्रिगेडियर खुशहाल ठाकुर ने युद्ध की यादों को ताजा करते हुए बताया कि जब चार जुलाई 1999 को सबसे मुश्किल चोटी टाइगर हिल पर सेना ने जीत दर्ज कर ली तो युद्व में भारत का पलडा भारी हो गया / चार जुलाई 1999 का दिन हर भारतीय को याद रहेगा / 18 ग्रेनेडियर ने टाइगर हिल को दुश्मनों के कब्जे से छुड़ाकर वहां पर अपना तिरंगा फहराया था / 17 हजार फिट ऊंची टाइगर हिल पर तिरंगा लहराते ही पाकिस्तान की कमर टूट गई / दुश्मन टाइगर हिल की चोटी पर था और वहां से दुश्मन सीधे श्रीनगर, द्रास, करगिल और लेह मार्ग पर गोलाबारी कर बाधा पहुंचा रहा था / इसके बाद टाइगर हिल पर विजय पताका फहराने का जिम्मा 18 ग्रेनेडियर को दिया था /
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17 हजार फिट ऊंची टाइगर हिल के लिए 18 ग्रेनेडियर ने करीब 36 घंटे आपरेशन चलाया और टाइगर हिल पर तिरंगा लहराया / 18 ग्रेनेडियर का नेतृत्व सेवानिवृत्त ब्रिग्रेडियर खुशहाल ठाकुर ने किया / खुशहाल ठाकुर ने बताया कि 18 ग्रेनेडियर की कमांडों टीम की अगुवाई कैप्टन बलवान सिंह ने की / 36 घंटे चले इस आपरेशन के लिए 18 ग्रेनेडियर के जवानों के अपने खाने के सामान को कम करने असलाह और बारूद भर लिया / टाइगर हिल को कब्जाने के लिए हवलदार योगेंद्र यादव ने लहुलूहान और बुरी तरह घायल होने के बावजूद दुश्मनों की कई चौकियों को तबाह कर दिया था और इसी वीरता के लिए हवलदार योगेंद्र यादव को देश के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार परमवीर चक्र से नवाजा गया /
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18 ग्रेनेडियर की कमाड़ों टीम का नेतृत्व करने वाले कैप्टन बलवान सिंह को महावीर चक्र से सम्मानित किया / टाइगर हिल पर तिरंगा फहराने लिए कैप्टन सचिन और हवलदार मदन लाल को वीरचक्र से नवाजा गया था / टाइगर हिल पर विजय पताका फहराने के लिए चले 36 घंटे के आपरेशन में 18 ग्रेनेडियर के 9 जवान शहीद हुए / कारगिल युद्ध में अदम्य साहस के लिए 18 ग्रेनेडियर को 52 वीरता पुरस्कार प्रदान किए गए / 18 ग्रेनेडियर का नेतृत्व करने वाले खुशहाल ठाकुर को युद्ध सेवा मेडल से नवाजा गया / उन्होंने बताया कि इस युद्ध में हिमाचल से 54 जवान शहीद हुए थे / मंडी से 12 जवान शहीद हुए थे /
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खुशहाल ठाकुर ने बताया कि टाइगर हिल की लड़ाई बहुत कठिन थी / 17000 फिट की ऊंचाई पर आक्सीजन की कमी थी, सुखी और पत्थरीली सीधी चढ़ाई थी, दुश्मन चोटी पर था और छिपने के लिए एक घास का तिनका तक नहीं था / खुशहाल ठाकुर ने बताया कि जैसे ही टाइगर हिल पर भारतीय सेना ने तिरंगा लहराया पाकिस्तान की कमर टटू गई थी / ब्रिगेडियर ठाकुर ने कहा कि नरेंन्द्र मोदी उस समय हिमाचल भाजपा के प्रभारी थे और 5 और 6 जुलाई 1999 को सेना का हौंसला बढ़ाने के लिए के लिए सीमा पर पहुंचे थे / उनके साथ हिमाचल के पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल और मंत्री रहे गुलाब सिंह ठाकुर भी पहुंचे थे /
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