PTB Big News चंडीगढ़ : ड्रग्स केस में फंसे दिग्गज अकाली नेता बिक्रम मजीठिया को अभी जेल में ही रहना होगा। मंगलवार को मोहाली कोर्ट ने उनकी न्यायिक हिरासत को 5 अप्रैल तक आगे बढ़ा दिया। मजीठिया करीब एक महीने से पटियाला जेल में बंद हैं। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर कोर्ट में सरेंडर किया था। जिसके बाद से वह न्यायिक हिरासत में हैं। यह पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भी हो सकती है।
इसी दौरान राज्य में नई बनी CM भगवंत मान की AAP सरकार ने इसकी जांच वाली स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) को बदल चुकी है। सुनवाई के दौरान नई टीम मजीठिया से पूछताछ के लिए रिमांड मांग सकती है। मान सरकार ने AIG बलराज सिंह की जगह IG गुरशरन सिंह संधू की सुपरविजन में AIG एस. राहुल की अगुवाई वाली AIG रणजीत सिंह, DSP रघबीर सिंह और अमनप्रीत सिंह की टीम बनाई है। बलराज पर आरोप लगे थे कि मजीठिया पर केस दर्ज होते ही उनके बेटे प्रिंसप्रीत सिंह को प्रमोट कर दिया गया। इसके अलावा अकाली दल ने भी उन पर बदलाखोरी के तहत काम करने का आरोप लगाया था।
बिक्रम मजीठिया के खिलाफ केस दर्ज होने के बाद उन्होंने मोहाली कोर्ट में अग्रिम जमानत लगाई थी, हालांकि यह खारिज हो गई। इसके बाद वह पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट चले गए। वहां कुछ दिन की अंतरिम राहत के बाद उनकी याचिका खारिज हो गई। फिर वह सुप्रीम कोर्ट गए। सुप्रीम कोर्ट ने विधानसभा चुनाव को देखते हुए 23 फरवरी तक उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी। इसके बाद 24 फरवरी को कोर्ट में सरेंडर करते ही उन्हें जेल भेज दिया गया।