PTB News

Latest news
10+2 ਦੀ ਮੈਰਿਟ ਹੋਲਡਰ ਵਿਦਿਆਰਥਣ ਨੇ ਲਾਇਲਪੁਰ ਖਾਲਸਾ ਕਾਲਜ ਵਿੱਚ ਬੀ.ਐਸ.ਸੀ. ਮੈਡੀਕਲ ਦੀ ਚੋਣ ਕੀਤੀ, सेंट सोल्जर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की सभी स्कूल शाखाओं ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया, एम.वॉक (कास्मेटालिजी एंड वेलनैस) सेमेस्टर एक की छात्राओं का शानदार प्रदर्शन, भारत में बनेंगे फाल्कन 2000 बिजनेस जेट, अनिल अंबानी की हुई फ्रेंच कंपनी के साथ पार्टनरशिप, होगा बड़ा ... जालंधर, एक ओर सरकारी जमीन हुआ कब्जा, जिला प्रशासन व जिला पुलिस को नहीं हुई कानों कान कोई खबर, पंजाब सहित 6 राज्यों में ED की रेड खत्म, दस्तावेज व अन्य सामान किये गए जब्त, 21000 से अधिक रिकॉर्ड संख्या में 'सी.एम.दी योगशाला' प्रोग्राम में लोग हुए इकठ्ठे, आर्थोनोवा हॉस्पिटल जालंधर में पहुंचेगे जर्मनी के प्रसिद्ध डॉक्टर Alios Franz ਲਾਇਲਪੁਰ ਖ਼ਾਲਸਾ ਕਾਲਜ ਵਿਖੇ ਸੈਸ਼ਨ 2025-26 ਲਈ ਦਾਖਲਾ ਜਾਰੀ, एच.एम.वी. को नैशनल एजुट्रस्ट की ओर से मिला ओवरआल ससटेनेबिलिटी एक्सीलैंकस एंड लीडरशिप अवार्ड,
Translate

विधयार्थियों के लिए बड़ी खुशखबरी, अब किसी भी सेंट्रल यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने के लिए नहीं करना होगा यह काम, जाने

Now you will not have to do this work to get admission in any central university, know

PTB Big News नई दिल्ली : विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालयों को स्नातक पाठ्यक्रमों में छात्रों के दाखिले के लिए विश्वविद्यालय संयुक्त प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) में प्राप्त अंकों का उपयोग करना होगा. उन्होंने कहा कि जुलाई के पहले सप्ताह में सीयूईटी का आयोजन किया जाएगा.

इसका मतलब है कि विभिन्न विश्वविद्यालयों के पात्रता मानदंडों को छोड़कर छात्रों के दाखिले में 12वीं कक्षा में प्राप्त अंकों का कोई असर नहीं पड़ेगा. कुमार ने प्रेसवार्ता के दौरान कहा, ”वर्ष 2022-23 शैक्षणिक वर्ष से राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी स्नातक एवं परास्नातक कोर्स के लिए सीयूईटी का आयोजन करेगी. सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों को अपने पाठ्यक्रमों में दाखिला देने के लिए सीयूईटी में प्राप्त अंकों पर विचार करना होगा.”

उल्लेखनीय है कि 45 केंद्रीय विश्वविद्यालयों को यूजीसी से आर्थिक सहायता मिलती है. कुमार ने कहा कि सीयूईटी का पाठ्यक्रम एनसीईआरटी के 12वीं कक्षा के सिलेबस से मिलता-जुलता ही होगा. सीयूईटी में सेक्शन-1ए, सेक्शन-1बी, समान्य परीक्षा और पाठ्यक्रम-विशिष्ट विषय होंगे. सेक्शन-1ए अनिवार्य होगा, जोकि 13 भाषाओं में होगा और उम्मीदवार इनमें से अपनी पसंद की भाषा का चयन कर सकते हैं.

कुमार ने कहा कि छात्रों के पास अंग्रेजी, हिंदी, असमी, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, मराठी, ओडिया, पंजाबी, तमिल, तेलुगु और उर्दू का विकल्प रहेगा. यूजीसी अध्यक्ष ने कहा कि सीयूईटी का विश्वविद्यालयों की आरक्षण नीति पर कोई प्रभाव नहीं होगा. उन्होंने कहा कि सीयूईटी के बाद किसी भी केंद्रीय काउंसलिंग का आयोजन नहीं होगा.

Latest News