PTB News धार्मिक : आज वर्ष का पहला सूर्य ग्रहण 30 अप्रैल को लगने जा रहा है। हालांकि, देश में इस सूर्य ग्रहण का आंशिक असर ही रहेगा, जिसके चलते पंडित व ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक लोगों को सूतक नियमों की पालना करने की जरूरत नहीं है। लिहाजा, ग्रहण का असर भले ही आंशिक है, लेकिन वायु बहाव का समूचे ब्रह्मांड में असर होने के चलते ग्रहण के दौरान प्रभु का सिमरन तथा दान का महत्व बढ़ जाता है।
दरअसल, अप्रैल में चैत्र माह के पवित्र नवरात्र, ईस्टर का त्योहार, श्री राम नवमी तथा गुरु घरों में बैसाखी का पर्व मनाया गया है। वहीं, इसी माह के अंत में सूर्य ग्रहण भी लगने जा रहा है। 30 अप्रैल को लगने जा रहे सूर्य ग्रहण का भले ही देश में आंशिक असर ही पड़ेगा। लेकिन, ग्रहण की अवधि के दौरान कुछ सावधानियां बरतने की सलाह भी दी जा रही है।
इस बारे में पंडित शास्त्री का कहना है कि ब्रह्मांड में वायु बहाव के चलते लोगों को ग्रहण की अवधि के दौरान प्रभु का सिमरन करना चाहिए। इस दौरान किसी की निंदा करने से परहेज करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस अवधि में दान स्नान का भी अहम स्थान है। जिसकी पालना चरनी चाहिए। भले ही देश में सूर्य ग्रहण का असर नहीं होने वाले, लेकिन इसका दक्षिण व वेस्ट-साउथ अमेरिका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक तथा अंटार्कटिका महासागर व आसपास के इलाकों में असर रहेगा। लिहाजा देश में इसका आंशिक असर ही होगा।