अपनों से ऑंखें मोड़ चुके बेरी को अपने ही कर चुके हैं दरकिनारा, तो कैसे जीतेंगे चुनाव, 2022 के चुनावों से पहले सीट बंटवारे को लेकर लगने वाला है बड़ा झटका,
PTB Big Political न्यूज़ जालंधर (एडिटर-इन-चीफ) राणा हिमाचल : कांग्रेस पार्टी इन दिनों विधानसभा 2022 के चुनावों को पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी की अगवाई में बड़ी जीत हासिल करने के लिए एक बार फिर से चन्नी द्वारा की जा रही बड़ी-बड़ी जनता के लिए घोषणाओं का सहारा लेकर जितना चाहती है, लेकिन कैप्टन के खासम खास नेताओं को दरकिनार करके, दरअसल सूत्रों की माने तो जिला जालंधर के दो विधायकों पर इस समय टिकट बटवारे को लेकर तलवार अटकी हुई है जिनमें वेस्ट हल्का और सेंट्रल हल्का सबसे ऊपर है /
इस समय वेस्ट हल्के का कहना कुछ उचित नहीं होगा, क्योंकि इस समय वहां के विधायक सुशील रिंकू का दबदबा बना हुआ है और उनके समर्थक पूरी तरह से उनके साथ पहले की भांति उनके साथ खड़े हैं, लेकिन सेंट्रल हल्के से विधायक राजिंदर बेरी अपने ही खेमें के कई नेताओं को अभी तक दरकिनार कर उनका विरोध सेह रहे हैं, यही नहीं अपने हल्के के कई लोगों को तो वह पहले ही दिन से नाराज करते आ रहे हैं और अपने कुछ इक्का दुक्का नेताओं को जिनको वह अपने आखरी साल से पहले तक छोड़ चुके थे को साथ लेकर अपनी सक्रियता दिखाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कहते हैं अब पछताए होत क्या जब चिड़िया चुग गई खेत,
यही हाल आजकल विधायक राजिंदर बेरी का है, यही नहीं ऐसे में इन दिनों उनके अपने ही खेमें के नेताओं द्वारा चल रहे उनके खिलाफ विरोध के बाद अग्रवाल सभा के पंजाब के चेयरमैन सेंट्रल हल्के से टिकट की दावेदारी पेश करते नजर आ रहे हैं, जिसका पूरा फायदा चेयरमेन अग्रवाल सभा अग्रवाल को हो भी रहा है / बीते दिनों इसका एक बड़ा उदाहरण उस समय देखने को मिला जब मनोज अग्रवाल ने अपने एक निजी कार्यक्रम के दौरान एक समारोह का आयोजन किया / इस दौरान केबिनेट मंत्री राजकुमार वेरका व पूर्व मंत्री पंजाब व पंजाब स्टेट टैक्नीकल एजुकेशन बोर्ड के चेयरमैन महिंदर सिंह केपी मुख्य रूप से मौजूद रहे और इस दौरान मनोज अग्रवाल के समर्थक भारी संख्या में मौजदू रहे /
आपको यह भी बता दें की इस समय पंजाब के CM चरणजीत सिंह चन्नी के बेहद करीब कहे जाने वाले मोहिंदर सिंह केपी तो हैं ही साथ ही केबिनेट मंत्री राजकुमार बेरका भी बहुत करीब हैं और इन दोनों के बेहद करीब मनोज अग्रवाल को इन दोनों की बदौलत ही बीते दिनों अग्रवाल सभा पंजाब का चेयरमैन नियुक्त किया गया है / ऐसे में सेंट्रल हल्के से राजिंदर बेरी की सीट विधानसभा 2022 के चुनावों से पहले बुरी तरह से फंस सकती है और यह सीट अग्रवाल सभा के चेयरमैन मनोज अग्रवाल के पाले में जा सकती है / आपको यह भी बता दें कि पंजाब में अग्रवाल बिरादरी बहुत बड़ी तदार में रहती है और इससे पहले अग्रवाल बिरादरी के किसी भी व्यक्ति को इससे पहले कोई बड़ा पद पंजाब में नहीं मिला है /
खेर, अब देखना यह बहुत ही दिलचस्प होगा की कांग्रेस पार्टी सेंट्रल हल्के के विधायक राजिंदर बेरी को दोबारा सेंट्रल से टिकट देकर अपने पाले में हार दर्ज करवाने को तैयार है या फिर नए चेहरे को बड़ा मौका देकर अपने पाले में करवाना चाहती है जीत, लेकिन यह तय है कि अगर कैप्टन के खास रहे विधायक राजिंदर बेरी को अगर पार्टी है कमान टिकट देती है तो उनके अपने ही, जिनमें बहुत से यूथ कांग्रेसी नेता, पार्षद व पूर्व पार्षद व सीनियर कांग्रेसी नेता मौजूद हैं, विधायक राजिंदर बेरी का साथ किसी भी सूरत में देने को तैयार नहीं हैं और चाहते हैं कि इस बार सेंट्रल से किसी नए चेहरे को मौका दिया जाये, ताकि उनके वार्ड का विकास अधूरा ना रहकर चलता रहे और जनता की किरकिरी का सामना ना करना पड़े /
अगला चुनावी पंच अभी बाकि है, जल्द होगा आपके सामने……/